हम भारतवासी इतने मुरख है की किस चीज को ज्यादा महत्त्व दे और किस चीज को ना दे यह जानने में हमें सालो बीत जाते है तब कही हम जान लेते है की कौनसी चीज हमारेलिए अपने देश के लिए फायदेमंद है | ऐसे ही अंग्रेजोंने हमपर १५० साल राज नहीं किया !
आज हमारे देश के सामने अगिनत समस्या है , जिनका हल निकलने की उम्मीद यहाँ की जनता लगायी बैठी है पर हमारा सरकार ,नेतागण अपनी दिखाऊ देशभक्ति में लीन है | वही ये ,देशवासियों को भी मुर्ख बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है |
हम भारतवासियों को माँ से प्यार है या बस इस 'माँ' शब्द से प्यार है ? दरअसल हम भारतीयों को माँ के बदले माँ इस शब्द में ही उलझाया जा रहा है , हमारी देशभक्ति इतनी सस्ती हो गयी है की सड़क पर आ गयी है और हमारे विदेशमंत्री करोडो रुपयों का चुना लगाकर भागने वाले विजय माल्या, भारत का दुश्मन दाउद इब्राहीम, क्रिकेट में झोल कर मालामाल होकर फरार होनेवाले ललित मोदी को अपने पद एवं अधिकार के बलबूते पर घुटने टेकने पर मजबूर करना छोड़ तिरंगे की फोटो छपी चटाई एव कपड़ो पर रोक लगा रही है | उनसे माफ़ी मंगवा रहे है , और धमका रहे है की वीजा नहीं देंगे, पर भारत को लुटनेवाले को वीजा देकर बहार जाने में और उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखने वाले देश के विदेशमंत्री की देशभक्ति आज इतनी सस्ती हो गयी है की छाती गलीचा बेचनेवालो पर रोक लगारकर अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन किया जा रहा है |
09:10
Tags :
सामाजिक राजनितिक
Subscribe by Email
Follow Updates Articles from This Blog via Email
No Comments